Saudi arabia मध्य पूर्व में स्थित एक सुन्नी मुस्लिम देश है, यह विश्व के अग्रणी तेल निर्यातक देशों में से एक है। सऊदी अरब के पश्चिम की ओर लाल सागर है, उसके पास मिश्र है, यह एक इस्लामी राष्ट्र है ।यहां की धरती रेतीली तथा जलवायु उष्ण कटिबंधीय है ।
यहां के दक्षिण में ओमान और यमन है और इसके दक्षिण में हिंद महासागर भी है। इसके उत्तर में इराक और जॉर्डन है । सऊदी अरब अपने तेल के विशाल भंडारण के नाम से जाना जाता है, यह विश्व का सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है, यहां पर देश विदेश से कर्मचारी काम करने के लिए जाते हैं ।
Saudi arabia का इतिहास:-
इसका गठन पहली बार saudi arabia में 1744 में हुआ था । तथा दूसरी बार स्थापना 1824 में हुई थी तथा तीसरी बार saudi arabia की स्थापना 8 जनवरी 1926 को हुई। सऊदी अरब को सरकार द्वारा मान्यता 20 मई 1927 को प्राप्त हुई। और इसका राज्य एकीकरण 23 सितंबर 1932 को पूर्ण हुआ।
इसका क्षेत्रफल लगभग 2149690 km square है। यहां की जलवायु नगण्य है, यहां की मुद्रा क्या रियाल है। यहां की सरकार इस्लामी पूर्ण राजशाही होती है ।सऊदी अरब में 13 प्रांत हैं, मोहम्मद बिन सलमान 21 जून 2017 को सऊदी अरब के नए शासक बने।
saudi arabia का प्रायद्वीप 80% इलाकों में फैला हुआ है। इसको तेल का सबसे बड़ा देश माना जाता है, इस देश की भूमि लगभग 1.1% ही कृषि करने के योग्य है, सऊदी अरब को भौगोलिक दृष्टि से एशिया का पांचवा सबसे बड़ा राज्य और दुनिया का सबसे बड़ा दूसरा राज्य माना जाता है। यहां पर पेट्रोलियम की खोज 3 मार्च 1938 में की गई यह दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक और निर्यातक देश है। यह सबसे बड़ा गैस भंडार है। सऊदी अरब दुनिया का दूसरा बड़ा हथियार 2010 – 2014 तक माना गया।
saudi arabia की राजधानी रियाद है, इस की राज्य भाषा अरबी है ,यहां का विधान, मंडल मंत्री परिषद में सऊदी अरब के राजकुमार द्वारा नियुक्त किया जाता है।
सऊदी अरब में हिंदुओं की कुल आबादी लगभग 1.1% है, जिसकी आशंका जताई जाती है, कि आगे बढ़ जाएगी।
What is required to go to saudi arabia:-
यदि आप saudi arabia जाना चाहते हो, तो आपके पास aqama होना जरूरी है, यह aqama आपको तब मिलता है, जब आप सऊदी अरब पहुंच जाते हो, यह aqama एक प्रकार से वहां की सरकार द्वारा निर्मित होता है, जिस प्रकार हमारे देश में पासपोर्ट होता है, इसी प्रकार का वहां की सरकार का aqama होता है, पासपोर्ट को वहां की सरकार जमा कर लेती है,तथा उसके बदले में आपको aqama दिया जाता है।
यह आपको हर वक्त अपने साथ रखना होता है, तो ही आपको काम करने की इजाजत दी जाती हैं, यदि आप कंपनी में काम कर रहे हो या बाहर भी जा रहे हो तो भी आपको aqama अपने साथ रखना होगा। यहां आप ऐसा नहीं करते हो तो आपकी सरकार के मुताबिक आपके ऊपर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
World का सबसे बड़ा तेल उत्पादक लेकिन फिर भी पानी की कमी:-
saudi arabia अपने बेशुमार तेल को बेचने के लिए जाना जाता है, कहीं रिसर्च का कहना है, कि सऊदी अरब में उपस्थित भूमिगत में पानी अगले 11 सालों में खत्म हो जाएगा, सऊदी अरब के प्रति व्यक्ति पानी की खपत हर दिन 265 लीटर करता है। जोकि यूरोपीय व्यक्तियों से दोगुनी है। सऊदी अरब में एक भी नदी नहीं है, l वहां का व्यक्ति पूरे साल कुएं पानी पर निर्भर रहता है, और अब धीरे-धीरे कुआं के पानी की गहराई भी बढ़ती जा रही है और कहीं पूरे सूखने लगे हैं,
सऊदी अरब में हर साल दिसंबर और जनवरी में तूफान के साथ बारिश होती है, लेकिन यह एक-दो दिन ही होती है वहां के लोगों का कहना हैं, कि इस प्रकार की बारिश हमारे जीवन में खुशहाली नहीं बर्बादी को उत्पन्न करती है, वह कहते हैं कि जब भी जॉर्डन और सीरिया में बारिश होती है तो सऊदी अरब के लोग काफी खुश होते हैं, क्योंकि वहां पर पड़ी बारिश का पानी सऊदी के ग्राउंड में भर जाता है, जिसे वह बाद में पीने योग्य बना लेते हैं।
Saudi arabia में फंसे लोग हो रहे हैं बेरोजगार:-
तेल की दौलत से मालामाल सऊदी अरब दुनिया भर में मशहूर है ,वहां पर देश-विदेश से मजदूर काम करने के लिए जाते हैं ,सऊदी अरब में लगभग 10,000 हजार से ज्यादा व्यक्ति बेरोजगार हो गए हैं और अब उन्हें वहां वेतन भी नहीं मिल रहा , भारत सरकार तथा अन्य सरकार ने यह संदेश भेजा हैं, कि उन लोगों को खाना पहुंचाया जाएगा और उनकी मदद भी की जाएगी।